वीरेंद्र सहवाग और नौ का अजीब आंकड़ा
मुल्तान के सुल्तान वीरेंद्र सहवाग ने गुरुवार को इंदौर में वो कारनामा कर दिखाया, जिसका सपना विश्व का हर क्रिकेट खिलाड़ी देखता है। एक दिवसीय मैच में 200 रनों का आंकड़ा पार करने वाले सहवाग दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए । इससे पहले क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेन्दुल्कर ने दो सौ रनों का आंकड़ा बना कर छोड़ रखा था।मास्टर बलास्टर सचिन ने 24 फरवरी, 2010 उसी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रन बनाए थे। इसके लिए उन्होंने सिर्फ 147 गेंदों का सामना किया था और 25 चौके तथा 3 छक्के लगाए थे। सहवाग ने अपनी दोहरे शतकीय पारी में 25 चौके और 7 छक्के लगाए। वहीं सहवाग ने 149 गेंदों में 25 चौके और 7 छक्कों की मद्द से 219 रन बना कर विश्व क्रिक्रेट में इतिहास रचाते हुए एक नया अध्याय रच दिया |। इसके साथ ही नजफगढ़ का यह नवाब वीरेन्द्र सहवाग एकदिवसीय इतिहास में दोहरा शतक बनाने वाले क्रिकेट के भगवान सचिन से आगे निकल गए है।मजे क़ी बात यह है कि "मुल्तान के सुल्तान" और "नजफगढ़ के नवाब" के नाम से मशहूर विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के साथ "नौ" का अजीबोगरीब खेल है। उनसे जु़डे सभी प्रमुख आंक़डों में "नौ" मौजूद है। अंक ज्योतिष में विश्वास नहीं करने वाले भले ही इसका अलग-अलग गणितीय आकलन करें लेकिन आंक़डे तो कम से कम यही बयां करते हैं। सहवाग ने गुरूवार को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए एकदिवसीय मैच में 219 रन बनाकर इतिहास रच डाला। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 149 गेंदों का सामना किया। मैच के दिन सहवाग 33 साल और 49 दिन के थे। बतौर गेंदबाज सहवाग ने एकदिवसीय मैचों में 92 विकेट ले चुके हैं। वर्ष 1999 में मोहाली में पाकिस्तान के खिलाफ एकदिवसीय करियर की शुरूआत करने वाले सहवाग ने टेस्ट मैचों में दो बार तिहरा शतक लगाया है। इनमें से एक 319 रनों की पारी थी तो दूसरी 309 रनों की। टेस्ट मैचों में उनका तीसरा सर्वोच्चा स्कोर 293 रनों का है। सहवाग ने अपने करियर का पहला शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ 69 गेंदों पर ज़ाडा था। वर्ष 2009 में उन्होंने 60 गेदों पर शतक जडा था, यह किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा एकदिवसीय मैच में सबसे तेजी से बनाया गया शतक है। वर्ष 2009 में ही सहवाग को "विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन वल्र्ड" का ताज मिला। यह सम्मान पाने वाले सहवाग भारत के एक मात्र खिल़ाडी हैं। सहवाग ने अब तक 92 टेस्ट मैच खेले हैं और उन्होंने 159 पारियों में 7,980 रन बनाते हुए 39 विकेट भी हासिल किए हैं। टेस्ट मैच में सहवाग क्रमश: 90, 99, 96 के तीन मौकों पर 90 और 100 रन के बीच आउट हुए हैं। वहीं, टेस्ट और एक दिवसीय मैचों में एक-एक बार वह 99 के फेर में भी फंसे हैं। दक्षिण अफ्रीका में खेले गए अंडर-19 टूर्नामेंट ने सहवाग को पहली बार देश में एक पहचान दी। घरेलू क्रिकेट में सहवाग नॉर्थ जोन व दिल्ली के लिए खेलते हैं। सबसे मजेदार बात यह है कि वर्ष 1990 में क्रिकेट खेलने के दौरान सहवाग का दांत टूट गया था और इससे उनके पिता इतने घबरा गए थे कि उन्होंने सहवाग को क्रिकेट खेलने से मना कर दिया। शुक्र हो, सहवाग की मां का जिन्होंने सहवाग का खेलना जारी रखा। यहाँ यह बताना समायोचित होगा कि सहवाग व सचिन तेंदुलकर से पहले चेन्नई में 21 मई 1997 को भारत के साथ खेलते हुए पाकिस्तान के सय्यद अनवर ने 22 चौकों व 5 छक्कों क़ी मदद से 146 बालों पर 194 रन बनाये थे | जबकि 31 मई 1984 में इंग्लेंड के खिलाफ खेलते हुए वेस्ट इंडीज के वीवेन रिचर्ड्स ने 170 बालों पर 21 चौकों व 5 छक्कों क़ी मदद से 189 रन जड़े थे | वहीँ जिम्बाब्वे के चार्ल्स कोवेंटरी ने 16 अगस्त 2009 को बंगलादेश के खिलाफ खेलते हुए 16 चौकों व 7 छक्कों क़ी मदद से 194 रन बना कर एक इतिहास रचा था |प्रदीप श्रीवास्तव
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