सचमुच का नहीं ,कागज पर बना है यह
इन चित्रों को देख कर आप चौंकिए नही,ये सचमुच का न तो ताजमहल है न ही एफिल टावर ,इसे बनाया गया है दो से तीन ईंच मोटाई वाले कागज के गत्ते से |जिसे बनाया है अमेरिका क़ी प्रशिक्षित
वास्तुकार (ट्रेंड आर्किटेक्ट) सुश्री क्रिस्टीना लिहाने ने | जिन्होंने केवल ताज महल या एफिल टावर ही नहीं अपितु अमेरिका के चुनिन्दा भवनों के साथ -साथ कुछ खास लोंगों घरों को भी कागजों पर उकेरा है | इसी को तो कहते हैं कला |
प्रस्तुति :प्रदीप श्रीवास्तव
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इन चित्रों को देख कर आप चौंकिए नही,ये सचमुच का न तो ताजमहल है न ही एफिल टावर ,इसे बनाया गया है दो से तीन ईंच मोटाई वाले कागज के गत्ते से |जिसे बनाया है अमेरिका क़ी प्रशिक्षित
वास्तुकार (ट्रेंड आर्किटेक्ट) सुश्री क्रिस्टीना लिहाने ने | जिन्होंने केवल ताज महल या एफिल टावर ही नहीं अपितु अमेरिका के चुनिन्दा भवनों के साथ -साथ कुछ खास लोंगों घरों को भी कागजों पर उकेरा है | इसी को तो कहते हैं कला |
प्रस्तुति :प्रदीप श्रीवास्तव
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